पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
संसद के मानसून सत्र में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर काफी हलचल देखने को मिल रही है। विपक्षी सदस्य इस आतंकी हमले और उसके बाद चले सैन्य कार्रवाई से जुड़े लगातार सवाल उठा रहे हैं।
इसी बीच समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद और फिल्म अभिनेत्री जया बच्चन ने संसद के उच्च सदन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम पर सवाल खड़े किए हैं।भारत की जवाबी कार्रवाई पर चर्चा के दौरान जया बच्चन ने भावुक होते हुए कहा कि जब इस हमले में कई महिलाओं का सिंदूर उजड़ गया, तो उस पर जवाबी कार्रवाई का नाम ‘सिंदूर’ क्यों?।
,राज्यसभा में जया बच्चन ने अपने संबोधन के दौरान दूसरे सदस्यों के शोर-शराबे पर नाराजगी जताई। इस दौरान दूसरे सांसदों ने उन्हें टोकने की कोशिश की, तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, ‘मेरे कान तेज हैं. मुझे सब सुनाई देता है.’ यहां तक कि पास बैठीं शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी से उन्होंने कह दिया, ‘आप मुझे कंट्रोल मत करिए.’
जया बच्चन ने कहा कि सरकार ने राज्य सभा में आश्वासन दिया गया था कि आर्टिकल 370 ख़तम होने के बाद आतंकवाद ख़तम हो जाएगा। जो यात्री पहलगाम गए थे वो इसी भरोसे वहां गए थे । हम जा रहे हैं कश्मीर जो जन्नत है. लेकिन उन्हें मिला क्या? साथ ही बच्चन ने सरकार पर बरसते हुए कहा कि पहलगाम हमले में लोगों को भरोसा तोड़ा गया है। हमले में जान गंवाने वालों के परिजन आपको माफ नहीं करेंगे, क्योंकि उनसे माफी नहीं मांगी गई।
जया बच्चन ने अपनी चर्चा को विराम देते हुए कहा कि सरकार से निवेदन है कि “तर्क जितना कमजोर होगा, बॉडी लैंग्वेज उतनी ही आक्रामक होगी”…Be humble, Be Kind…Please say Sorry”!
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