विशाल श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ : लखनऊ
भारत के खिलाफ सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए 300-400 ड्रोन में से अधिकांश तुर्की द्वारा प्रदान किए गए थे. इन ड्रोन ने भारत में सैन्य और नागरिक दोनों क्षेत्रों को निशाना बनाया.

हाल के दिनों में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए तुर्की को एक कड़ा संदेश देते हुए भारत सरकार ने गुरुवार को कहा कि नई दिल्ली को उम्मीद है कि अंकारा पाकिस्तान को उसके यहां से उत्पन्न होने वाले सीमा पार आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए प्रोत्साहित करेगा. नई दिल्ली ने तुर्की से यह भी कहा कि वह पाकिस्तान को आतंकवाद को राज्य की नीति के साधन के रूप में इस्तेमाल करने से रोके और इस्लामाबाद तथा रावलपिंडी द्वारा दशकों से पोषित आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र के खिलाफ विश्वसनीय तथा सत्यापन योग्य कार्रवाई करे.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की ओर अंकारा के झुकाव के कारण भारत और तुर्की के बीच संबंधों में खटास आई है, लेकिन भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि दोनों देशों के बीच संबंध आपसी सम्मान तथा एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता पर आधारित हैं
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि तुर्की पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन बंद करने और दशकों से उसके द्वारा पोषित आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र के खिलाफ विश्वसनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई करने का आग्रह करेगा. संबंध एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर बनाए जाते हैं.”