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डाइवरों की आंखों का चेकअप ,लाइसेंस होगा रद

पूनम शुक्ला: मुख्य प्रबंध संपादक :

भीषण सड़क हादसों के बाद अब आगे और ऐसे हादसे ना हों, इसके लिए भजनलाल सरकार ने कुछ कड़े और बड़े फैसले लिए है। राजस्थान में 15 दिवसीय रोड सेफ्टी ड्राइव शुरू की जा रही है। इसका उद्देश्य ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन कराना और सड़क हादसों को कम करना है।

राजस्थान में पिछले एक महीने में कई बड़े हादसे हुए। इन हादसों में 60 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। भीषण सड़क हादसे के चलते अब राजस्थान सरकार एक्शन में आ गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सड़क सुरक्षा के लिए 15 दिनों की रोड सेफ्टी ड्राइव लॉन्च की है, जो आज से शुरू हो गई है। सीएम भजनलाल शर्मा ने अधिकारियों को सड़क हादसों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने के आदेश दिए हैं। सड़क हादसे कम करने के उद्देश्य से शुरू हुई इस पहल में ट्रैफिक नियमों के पालन से लेकर उन्हें सख्ती के साथ लागू करने पर ध्यान दिया जाएगा।

बैठक की जानकारी देते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा, “ट्रांसपोर्ट, पुलिस और पीडब्लूडी समेत जो भी अधिकारी सड़क सुरक्षा के नियमों को लागू करने में लापरवाही करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
पालन करने होंगे ये नियम :
• नशे में धुत तेज रफ्तार गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर का लाइसेंस रद हो।
• हाईवे पर मौजूद ब्लैक स्पॉट (जहां सबसे ज्यादा हादसे होते हैं) को चिह्नित करने होंगे ।
• राष्ट्रीय राजमार्ग से आसपास मौजूद सभी अवैध कब्जे हटाए जाएं।
• 15 नवंबर से 15 फरवरी के बीच सभी ट्रक डाइवरों की आंखों का चेकअप होगा।
• मेडिकल और स्वास्थ्य विभाग को आपात स्थिति के लिए लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस तैनात करनी होगी।
• सड़क सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

सीएम ने जयपुर-दिल्ली, जयपुर-कोटा, जयपुर-अजमेर और जयपुर-भरतपुर कॉरिडोर इन जगहों आदि पर खासकर ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है।जहां पर सबसे ज्यादा सबसे दुर्घटनाएं होती हैं।

बता दें कि सोमवार की रात को एक डंपर 17 गाड़ियों को कुचलते हुए निकल गया। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई और 13 लोग घायल हैं। इससे पहले भी कई हादसों ने कई लोगों की जान ले ली।

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