पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में बकरीद का त्यौहार पूरी शांति और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सुरक्षा के लिए लखनऊ शहर को पांच जोन व 18 सेक्टरों में बांटा गया है। इस मौके पर सभी जिलों में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किए गए। पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और संवेदनशील जगहों की ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
लखनऊ में ईद-उल-अजहा की सबसे बड़ी जमात ऐशबाग ईदगाह, टीले वाली मस्जिद और शिया समुदाय की सबसे बड़ी जमात आसिफी मस्जिद में नमाज अदा की गई। शनिवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्योहार पूरे अकीदत और एहतराम के साथ मनाया गया है। ईदगाह और मस्जिदों में नमाजी पहुंचे और देश में अमन चैन और शांति के साथ ही नमाज में सैनिकों के लिए दुआ की गई। इसके बाद कुर्बानी शुरू हुई। नाजियों ने ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा की।खबर है कि दिशा निर्देशों का शी पालन करते हुए कहीं भी सड़कों पर नमाज नहीं हुई। ईदगाह में खुदा की इबादत के बाद लाखों हाथ देश में शांति और अमन चैन के दुआ के लिए उठे। मुस्लिम समाज के लोगों ने सुबह से ही मस्जिदों व इबादतगाहों में नमाज अदाकर मुल्क में अमन चैन और तरक्की की दुआ मांगी और एक दूसरे से गले मिलकर मुबारकबाद दी।
पुराने लखनऊ में शुक्रवार को संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था बबलू कुमार ने डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव के साथ रूट मार्च किया। मध्य जोन में भी पुलिस रूट मार्च कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। बकरीद की नमाज के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस आयुक्त ने इस संबंध में मातहतों को दिशा निर्देश जारी किए हैं। 94 ईदगाह और 1200 से ज्यादा मस्जिदों में नमाज के दौरान ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
गर्मी को देखते हुए कई जगहों पर शरबत और मीठी सेवइयों का वितरण कराया गया। अधिकारियों ने नमाजियों से मुलाकात कर उन्हें त्योहार की शुभकामनाएं दीं और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। बकरीद के अवसर पर बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों में खासा उत्साह देखा गया। नमाज के बाद लोग कुर्बानी की रस्म अदा करने अपने-अपने घरों को लौट गए।
