पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
यूपी में इनदिनों कानून व्यवस्था एक मुद्दा बन गई है। एक के बाद एक घटना ने बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने यूपी में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए प्रदेश में और योगी सरकार को बहुत कुछ कह गए।उन्होंने शैलेंद्र मौर्य हत्याकांड को सरकार की नाकामी बताया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि यूपी में अपराधी, कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार को लेकर काफी तीखे तंज किए है । कहा कि सरकार निकम्मी है, 24 घंटे में 13 हत्याएं इस बात की पुष्टि करती है।24 घंटे में 13 हत्याएं इस बात का प्रमाण हैं कि अपराधी बेलगाम हो चुके हैं और सरकार मूकदर्शक बनी बैठी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधी खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं और सरकार उन्हें रोकने में नाकाम साबित हो रही है। सरकार ने अपराधियों के सामने घुटने टेक दिए हैं। साथ ही कहा कि सीएम योगी की बिरादरी के गुंडे-माफिया का सत्ता के गलियारे में सम्मान किया जाता है।
स्वामी प्रसाद मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के गोड़ा गांव में तीन दिन पहले शैलेंद्र मौर्य नामक युवक की हत्या के मामले में परिजनों से मिलने पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने अपराधियों के सामने सरकार ने घुटने टेक दिए हैं। स्वामी प्रसाद यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि प्रदेश में जंगलराज है। सरकार न्याय देने में भेदभाव करती है। यही कारण है कि प्रदेश में अपराधी खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने आगे भी कहना जारी रखा, कहा कि 90 प्रतिशत हत्यारे एक विशेष जाति के हैं। भाजपा की सरकार ने सपा के गुंडाराज को भी पीछे छोड़ दिया है। आज प्रदेश में किसी भी दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज के लोगों के साथ अन्याय होता है तो एफआईआर लिखने में भी आनाकानी की जाती है। यह कानून व्यवस्था का मजाक नहीं तो और क्या है?” पुलिस, गुंडे और माफियाओं की गलबहियां चल रही हैं। पुलिस, माफिया और गुंडों के बीच साठगांठ साफ दिखाई दे रही है।सवाल उठता है कि जब अपराधियों पर लगाम नहीं लगेगी और पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा, तो आम जनता की सुरक्षा किसके भरोसे रहेगी?
उन्होंने शैलेंद्र मौर्य के मामले में पुलिस को भी अपना निशाना बनते हुए कहा कि पहले ही पुलिस को सूचना मिल चुकी थी। अगर पुलिस ने कानूनी कार्रवाई की होती तो शैलेंद्र की हत्या नहीं होती। योगी सरकार ने गुंडे, माफिया और अपराधियों के सामने घुटने टेक चुके हैं।