पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
मलयालम इंडस्ट्री से चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। लगातार सामने आ रहे उत्पीड़न के मामलों के बाद अब फिल्म के सेट पर ड्रग्स का इस्तेमाल होने का भी दावा किया गया है।
सिनेमा के सितारे और ड्रग्स की दुनिया का कनेक्शन नया नहीं है। फिर चाहे बॉलीवुड में संजय दत्त हो, फरदीन खान हो या फिर सुशांत सिंह राजपूत, हर बार बॉलीवुड को लेकर सवाल उठते रहे हैं। लेकिन शायद इससे भी बुरा हाल मलयालम फिल्म इंडस्ट्री का है।
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गई है। कुछ दिनों पहले एक्टर शाइन टॉम चाको को लेकर एक्ट्रेस विंसी अलोशियस ने बड़ा खुलासा किया था। दावा किया था कि वह सेट पर भी ड्रग्स के नशे में रहते हैं। लेकिन उनपर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई ।अब मॉलीवुड की दिग्गज प्रोड्यूसर और एक्ट्रेस सैंड्रा थॉमस ने इससे भी अजीब और चौंकाने वाली बात कही है। उन्होंने इंडस्ट्री में ड्रग्स का इस्तेमाल होने की बात कही है। इस एक्ट्रेस के मुताबिक फिल्म के बजट में ही इसके लिए अलग से राशि तक रखी जाती है। सैंड्रा थॉमस ने ‘मनोरमा टीवी’ के साथ एक इंटरव्यू में इंडस्ट्री के अंदर ड्रग्स के ‘सिस्टमेटिक’ यूज को लेकर जो बातें बताईं, उससे पूरे सिनेमा जगत में सनसनी फैल गई है। जहां एक तरफ दर्शक फिल्मों को एक कला मानते हैं, वहीं पर्दे के पीछे चल रहा यह अंधेरा सच चौंका देने वाला है।
सैंड्रा का कहना है कि अब फिल्म के सेट पर बाकायदा ड्रग्स के इस्तेमाल के लिए अलग कमरों की व्यवस्था की जाती है। फिल्मों के प्रोडक्शन बजट से ड्रग्स की खरीदारी तक की जाती है। सैंड्रा ने कहा कि ड्रग्स का इस्तेमाल सिर्फ पुरुष नहीं, बल्कि महिलाएं भी कर रही हैं। चाहे वे कलाकार हों, तकनीशियन हों या फिर कोई दूसरा, सभी इस बुराई में शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इंडस्ट्री के ज्यादातर लोग इस चलन को जानते हैं लेकिन चुप रहते हैं क्योंकि उनका करियर इसी इंडस्ट्री पर निर्भर है।
सैंड्रा ने एसोसिएशन पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि एसोसिएशन को सालों पहले ही एक्शन लेना चाहिए था।
सैंड्रा थॉमस ने ड्रग्स को लेकर चिंता जताई है। साल 2023 में भी उन्होंने इस मुद्दे को उठाया था लेकिन तब कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा मलयालम सिनेमा में ‘बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं का उपयोग’ आज भी हो रहा है।