पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
राजधानी लखनऊ से मुंबई के बीच चलाई जाएगी वंदेभारत एक्सप्रेस । देश में पहली स्लीपर वंदेभारत एक्सप्रेस यूपी के वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चलाई गई थी। अब पहली एसी स्लीपर वंदेभारत को भी यूपी से ही चलाने की तैयारी है। जून में समय सारिणी जारी की जाएगी। इसके पहले अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक के बाद संचालन की तारीख घोषित होगी।
पहले लखनऊ से कानपुर, मथुरा, आगरा से मुंबई रूट से चलाने का सर्वे हुआ। फिर बरेली से आंवला, चंदौसी, मुरादाबाद, गाजियाबाद, निजामुद्दीन होकर आगरा, मुंबई को रूट सर्वे किया गया। बाद में एसी स्लीपर वंदेभारत के रूट पर फाइनल मुहर बरेली जंक्शन होकर लगी।
रेलवे ऑपरेटिंग अधिकारियों का कहना है, करीब छह महीने से लखनऊ-मुंबई एसी स्लीपर वंदेभारत एक्सप्रेस चलाने को रूट को लेकर सर्वे किया जा रहा है।इसके रूट का सर्वे फाइनल हो गया है। यह ट्रेन लखनऊ से चलकर हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली जंक्शन, रामपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, निजामुददीन से आगरा होकर मुंबई जाएगी। इस स्लीपर वंदेभारत ट्रेन में कुल 20 कोच होंगे, जिनमें एसी फर्स्ट, सेकेंड, थर्ड क्लास और दो SLR कोच शामिल होंगे। एक बार में करीब 1200 यात्री सफर कर पाएंगे। यह ट्रेन हफ्ते में चार दिन चलेगी। अब लखनऊ से मुंबई तक का सफर न सिर्फ कम समय में तय होगा, बल्कि यात्रियों को राजधानी और शताब्दी से भी तेज और बेहतर अनुभव मिलेगा। इस रूट से कई जिले के लोगों को मुंबई जाने में सीटों की भी पर्याप्त सुविधा होगी । स्लीपर एसी वंदेभारत एक्सप्रेस चलने से लोगों के लिए मुंबई जाना आसान बनेगा। यह ट्रेन राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों से भी अधिक रफ्तार में चलेगी।
अधिकारियों का कहना है कि अब ट्रेन की समय सारिणी का काम चल रहा है। जुलाई से एसी वंदेभारत एक्सप्रेस को रफ्तार देने की तैयारियां हैं। रेलवे सूत्रों की मानें तो ट्रेन के संचालन की तारीख भी जल्द घोषित की जाएगी।
मुंबई जाने वाले यात्रियों की संख्या काफी अधिक है, अभी सिर्फ वर्तमान में लखनऊ या आसपास के इलाकों से मुंबई जाने के लिए लोगों को सीमित ट्रेनों पर निर्भर रहना पड़ता है,इनमें ये कुछ ट्रेन शामिल है- ट्रेन बरेली-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस, इज्जतनगर से तीन ट्रेनें मुंबई को चलती हैं। रामनगर-बांद्रा एक्सप्रेस, लालकुआं-बांद्रा टर्मिनल और तीसरी काठगोदाम-मुंबई सेंट्रल को संचालित होगी। जिसमें सीट को लेकर काफी दिक्कतें आती हैं। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।