पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले पायलट राजवीर सिंह चौहान को आज दी गई अंतिम विदाई। केदारनाथ हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए पायलट राजवीर सिंह चौहान पार्थिव शरीर सोमवार देर रात जयपुर पहुंचा। 15 जून को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में 7 लोगों के साथ उनकी मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार जयपुर के चांदपोल मोक्षधाम में हुआ।
आपको बता दें कि राजवीर सेना से रिटायर होने के बाद एक प्राइवेट एविएशन कंपनी के लिए हेलिकॉप्टर फ्लाइंग कर रहे थे। राजवीर सिंह करीब 4 महीने पहले उनके घर में चल रही बड़ी खुशियां, क्यों की वे बन गए जुड़वां बेटों के पिता। फादर्स डे के दिन जब उनकी मौत की खबर परिवार को मिली, तो मानो सब कुछ थम गया। 30 जून को राजवीर के माता-पिता की 50वीं शादी की सालगिरह और नवजात बच्चों के जलवा पूजन का आयोजन तय था। राजवीर की मौत की खबर मिलते ही सारी खुशियों गम में बदल गई। अचानक ही घर में दर्द का सैलाब उमड़ पड़ा।
जयपुर के रहने वाले 37 वर्षीय पायलट और पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल राजवीर सिंह का शव घर पहुंचते ही परिवार बिलख बिलख कर रो पड़ा। बुरी तरह जलने के कारण परिवार को राजवीर का चेहरा भी नहीं दिखाया गया। छोटे बेटे की मौत पर बुजुर्ग मां-बाप के आंसू नहीं रुक रहे थे।वे बस यही कहते रहे- हमारा सब कुछ चला गया।
अंतिम यात्रा ‘राजवीर अमर रहे’ के नारों से गूंजती रही। मोक्षधाम में आर्मी के अधिकारियों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। राजवीर की पत्नी दीपिका भी लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। पति को आखिरी विदाई देते हुए दीपिका ने उन्हें सैल्यूट भी किया। अंतिम यात्रा में दीपिका आर्मी यूनिफॉर्म पहने नजर आईं, वे पति की फोटो लेकर चल रही थीं। राजवीर के भतीजे ने सुबह 10.30 बजे उन्हें मुखाग्नि दी।
