पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
भारत ही नहीं दुनियाभर में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है।आज 21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। साल 2015 में पहली बार वैश्विक स्तर पर यह दिन मनाया गया और योग के फायदों से सभी को परिचित कराया गया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में भाग लिया, जहां उनके साथ मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी मौजूद रहे।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आंध्रप्रदेश में बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज योग के महाकुंभ में शामिल हुए। पीएम मोदी इस दौरान यहां तीन लाख से अधिक लोगों के साथ योग करेंगे। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 को आज भारत से लेकर अमेरिका तक पूरे उत्साह और समर्पण के साथ मनाया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ‘आंतरिक शांति को वैश्विक नीति’ बनाने का आह्वान किया, योग के माध्यम से वैश्विक साझेदारी का आग्रह किया। योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार है, जो व्यक्ति के आंतरिक और बाहरी शरीर को स्वस्थ रखता है। साथ ही मानसिक समस्याओं से भी दूर रखता है। लोगों ने योग के जरिए न सिर्फ तन और मन को संतुलित करने का संकल्प लिया, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने का संदेश भी दिया।
हर साल 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर विभिन्न जगहों पर कई कार्यक्रम आयाेजित किए जाते हैं। पार्क हों या ऑफिस, स्कूल हों या सोशल मीडिया- हर जगह लोग योगाभ्यास करते नजर आते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि International Yoga Day हर साल 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है । इस वर्ष योग दिवस की थीम “योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” रखी गई, जो धरती और मानव स्वास्थ्य के आपसी संबंध को रेखांकित करती है।इस मौके पर देशभर में 100 ऐतिहासिक और 50 सांस्कृतिक स्थलों पर विशेष योग सत्र आयोजित किए गए। योग कोई नया चलन नहीं, बल्कि हजारों साल पुरानी एक आध्यात्मिक और शारीरिक विद्या है, जिसकी जड़ें भारत में गहराई तक फैली हुई हैं। बता दें, ऋषि-मुनियों ने इसे न सिर्फ शरीर की मजबूती बल्कि मन की शांति के लिए भी अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 दिसंबर, 2014 को 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी।
