पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक :
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने टैक्सी चालकों की हत्या कर मगरमच्छों को खिलाने वाले सीरियल किलर आर्युवेदिक डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। आपराधिक दुनिया में उसे ‘डॉक्टर डेथ’ के नाम से जाना जाता है।
डॉक्टर डेथ ने यूपी के अलीगढ़ के छर्रा-बरला क्षेत्र में घिनौना काम किया था। आरोपी ने कुछ का अपहरण कर उनके वाहन लूट लिए और उन्हें मार डाला। जबकि कुछ लोगों की किडनी निकालकर हत्या की थी। उस पर दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 50 से ज्यादा टैक्सी चालकों की हत्या करने के साथ 1994 से 2004 के बीच अवैध रूप से 125 से अधिक किडनी प्रत्यारोपण करवाने का भी आरोप है। पुलिस के क्राइम रिकॉर्ड से अगर इसकी हिस्ट्री पर ध्यान दें तो डॉक्टर डेथ ने छर्रा-बरला क्षेत्र के ईंट भट्ठों में भी 50 लाशें भी फुंकवा दीं थीं।
कुख्यात डॉ. देवेंद्र शर्मा उर्फ डाक्टर डेथ को लेकर रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं। छर्रा इलाके के गांव पुरैनी का यह दुर्दांत अपराधी गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। अपराधों के सार्वजनिक होने के बाद 2004 में उसकी पत्नी और बच्चों ने उसे छोड़ दिया था। वह वर्ष 2023 में तिहाड़ जेल से पैरोल मिलने के बाद फरार हो गया था, तभी से पुलिस तलाश कर रही थी।
मुरादाबाद के बहुचर्चित किडनी कांड के मुख्य आरोपी डॉ. अमित से भी इसका नाम जुड़ा, तब यह खासा सुर्खियों व पुलिस की नजर में आया। मुरादाबाद का किडनी कांड 2008 में सुर्खियों में आया। तब डा.अमित के पीछे मुरादाबाद पुलिस लगी। उसके गुरुग्राम सेंटर पर छापा मारकर कई लोग पकड़े। मगर अमित भाग गया था। हालांकि देवेंद्र ने साथी के बारे में स्वीकारा कि अमित की व उसकी पुरानी मुलाकात थी। अमित ने उससे ट्रांसप्लाट के लिए किडनी दिलवाने को कहा। तब उसने अमित संग मिलकर 1998 से यह धंधा शुरू किया।
इसके लिए कार चालकों की हत्या कर उनकी किडनी निकालने के साथ-साथ राजस्थान, हरियाणा व दिल्ली के रेलवे स्टेशन, बस अड्डों से मजदूर वर्ग के लोगों को लालच देकर उनकी किडनी निकालने का भी काम किया। हालांकि 2004 में देवेंद्र पकड़ा गया। मगर 2008 में मुरादाबाद कांड में उसका नाम शामिल नहीं हो पाया था।