पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक :
एशिया के कई देशों में एक बार फिर से कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं. भारत में 19 मई 2025 तक 257 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। एशिया में कोविड-19 की नई लहर आई है, जिसमें सिंगापुर, चीन, हांगकांग, थाईलैंड और भारत में मामले बढ़े हैं. भारत में 257 सक्रिय मामले हैं। JN.1 वैरिएंट इसकी वजह है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक उच्च स्तरीय बैठक कर राज्य में कोविड संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट किया कि भले ही वर्तमान में उत्तर प्रदेश में कोविड संक्रमण को लेकर कोई विशेष चिंता की बात नहीं है, लेकिन विदेशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए पूरी सतर्कता और सावधानी बेहद आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सावधानी ही सुरक्षा है, इसलिए किसी भी तरह की लापरवाही राज्य हित में नहीं होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक उच्च स्तरीय बैठक कर राज्य में कोविड संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित अधिकारियों को अलर्ट मोड में काम करने के निर्देश दिए ।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, बस सावधानी बरतनी होगी. आइए जानते हैं कि क्या है स्थिति और क्या फिर से बूस्टर डोज लेना जरूरी है। भारत में स्थिति नियंत्रण में है। सक्रिय मामले देश की बड़ी आबादी के हिसाब से बहुत कम हैं। ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण हैं। अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देश में कोविड की नई लहर का कोई संकेत नहीं है, लेकिन सतर्कता और सावधानी जरूरी है। खासकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क जरूर लगाएं।
नियमित रूप से हाथ धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढकें। गैर-जरूरी यात्रा से बचें। अगर बुखार, खांसी या गले में खराश जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत टेस्ट कराएं।