पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक :
सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी के जेल से बाहर आते ही उनकी पत्नी नसीम सोलंकी भावुक हो गईं।कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी अब जेल से बाहर आ गए हैं।
इरफान सोलंकी पिछले हफ्ते ही इलाहाबाद हाईकोर्ट से गैंगस्टर एक्ट के एक मामले में जमानत मिली थी। उनकी मां खुरशीदा बेगम, विधायक पत्नी नसीम सोलंकी और उनके बच्चे उन्हें लेने जेल पहुंचे थे। करीब तीन साल तक कारागार में रहने के बाद मंगलवार शाम 6:15 बजे जेल से बाहर निकले । इस दौरान बड़ी संख्या में समर्थकों का हुजूम उमड़ा। जेल के बाहर सुबह से ही बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता जमा थे। देर रात कानपुर स्थित आवास पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। समर्थकों ने ‘जेल के ताले टूट गए, इरफान सोलंकी छूट गए’ और ‘शेर आया शेर आया’ जैसे नारे लगाए, साथ ही जमकर आतिशबाजी और फूलों की बारिश की।
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी करीब 3 साल बाद जेल से छूट गए हैं। जैसे ही इरफान महाराजगंज जेल से बाहर आए बच्चे उनके गले लग गए।34 महीनों के बाद पति के जेल से आने पर पत्नी नसीम सोलंकी भावुक नजर आईं।इस दौरान समर्थकों का हुजूम उमड़ा हुआ था. देर रात अपने घर कानपुर पहुंचने पर सोलंकी का जोरदार स्वागत हुआ। जैसे ही इरफान सोलंकी ने अपनी कार की सनरूफ से बाहर निकलकर हाथ हिलाया, कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थन में जोरदार नारे लगाए। ‘जेल के ताले टूट गए, इरफान सोलंकी छूट गए’ और ‘शेर आया शेर आया’ जैसे नारे लगाए गए। जमकर आतिशबाजी हुई। फूल बरसाए गए।
मीडिया से बात करते हुए इरफान सोलंकी ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है। 34 महीने बाद बाहर आए हैं। परिवार के बीच में हैं। लगभग 1000 से ज्यादा दिन जेल में बिता दिए। मैं और मेरी तनहाइयां यही सब बातें करती थीं, फिलहाल बहुत अच्छा लग रहा है। इरफान ने कहा कि समर्थकों और चाहने वालों के चलते ही हमारी बेगम विधायक बनी हैं हमारे लोगों ने जो संघर्ष किया है उसी का फल है। मेरे अल्लाह का सबसे ज्यादा करम रहा कि उसने कभी हमें अकेले नहीं छोड़ा। वह इम्तिहान जरूर लेता है पर हर इम्तिहान में वही पास कराता है।
इरफान सोलंकी के जेल से बाहर आने पर उनकी पत्नी नसीम सोलंकी ने भावुक होते हुए कहा, “पूरा परिवार मेरा साथ रहा। कोर्ट-कचहरी की लड़ाई लड़ते-लड़ते यहां तक आए हैं
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