पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
पिछले कुछ सालों में बच्चों में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं। अभी ताजा मामला यूपी से आया है । उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक बेहद दुखद और दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक 12 साल के बच्चे की स्कूल गेट पर ही अचानक मौत हो गई।
गर्मियों की छुट्टी के बाद स्कूल का पहला दिन था और अखिल बहुत खुश था। कार से उतरकर बैग लेकर अखिल स्कूल गेट की ओर चल पड़ा। लेकिन जैसे ही वह गेट के पास पहुंचा, अचानक चक्कर खाकर जमीन पर गिर पड़ा और बेहोश हो गया। शुरुआती जांच में डॉक्टरों को संदेह है कि यह मामला ‘साइलेंट हार्ट अटैक’ का हो सकता है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बच्चे की अचानक मौत से न केवल उसके परिवार, बल्कि पूरे गांव और स्कूल में शोक की लहर फैल गई है।
परिजनों ने बताया कि अखिल पूरी तरह स्वस्थ था। उसे किसी भी तरह की कोई बीमारी नहीं थी और न ही वह किसी दवाई का सेवन कर रहा था। वह स्कूल खुलने को लेकर काफी उत्साहित था। उसके परिवार को उसकी इस असमय मौत से गहरा सदमा पहुंचा है।
इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में ये चिंता का विषय बन गया है कि इतनी कम उम्र के बच्चों में हार्ट अटैक के मामले क्यों बढ़ रहे हैं। हार्ट अटैक से बचने के लिए नियमित रखा जाए इन बातों का ख्याल, बच्चों की दिनचर्या में संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम को शामिल करना चाहिए। बच्चों का स्क्रीन टाइम सीमित करें और समय-समय पर हेल्थ चेकअप जरूर करवाएं। अगर बच्चे में थकान, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ या ब्लैकआउट जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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