पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
अयोध्या में राजकीय सम्मान के साथ शहीद लेफ्टिनेंट शशांक का अंतिम संस्कार हुआ। लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी शुक्रवार को सिक्किम में साथी सैनिक बचाते हुए शहीद हो गए थे।
देश की पूर्वोत्तर सीमा सिक्किम में तैनात अयोध्या के लाल लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी महज 24 साल के थे।
सिक्किम में शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी अयोध्या में पंचतत्व में विलीन हो गए। सरयू किनारे जमथरा घाट पर पंचतत्व में विलीन हुए। इस दौरान श्रद्धांजलि देने वाले काफी लोग मौजूद रहे। उनका अंतिम संस्कार पवित्र सरयू के जमथरा घाट पर किया गया। मुखाग्नि शहीद के पिता जंग बहादुर तिवारी ने दी। इस दौरान सेना के अफसरों ने शहीद के पिता को ढांढस बंधाया।
उत्तर सिक्किम की ऊंची पहाड़ियों में तैनात लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी, SIKKIM SCOUTS रेजिमेंट के साथ Route Opening Patrol का नेतृत्व कर रहे थे। दुर्गम और जोखिम भरे पहाड़ी रास्तों पर यह ऑपरेशन शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे उस समय संकट में आ गया जब गश्त दल के एक जवान, अग्निवीर स्टीफन सुब्बा, एक संकरे लकड़ी के पुल को पार करते वक्त संतुलन खो बैठे और बर्फीले झरने की तेज धारा में बहने लगे। इस दौरान लेफ्टिनेंट शशांक ने बिना कोई सोच-विचार किए, कर्तव्य और मानवता की मिसाल पेश करते हुए उफनती जलधारा में छलांग लगा दी। उनके पीछे-पीछे नायक पुकार काटेल भी कूदे। दोनों ने मिलकर जोखिम भरे हालातों में अग्निवीर स्टीफन को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। साथी को तो बचा लिया,लेकिन लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी धारा की चपेट में आ गए लगभग 800 मीटर नीचे, उनका पार्थिव शरीर बरामद किया गया।
रामनगरी के लाल शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी का पार्थिव शरीर शुक्रवार की रात उनके गद्दोपुर मझवा स्थित आवास पहुंचा। सेना के अधिकारी मिलिट्री हॉस्पिटल से पार्थिव शरीर लेकर उनके घर पहुंचे। शनिवार को सुबह से उनके घर पर श्रद्धांजलि देने वालों की लाइन लगी रही। जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही सहित जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एसएसपी गौरव ग्रोवर, डोगरा रेजीमेंट सेंटर के उच्चाधिकारियों और विधायक वेद प्रकाश गुप्त, रामचंद्र यादव, अमित सिंह महापौर गिरीश पति त्रिपाठी समेत अन्य लोगों ने शहीद शशांक तिवारी को श्रद्धांजलि दी। इससे पहले शहीद के आवास से हजारों की संख्या में स्थानीय लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए। सेना के अधिकारियों ने जमथरा घाट पर श्रद्धांजलि देते हुए सलामी दी।
सेना के जवान पार्थिव शरीर को लेकर सरयू के जमथरा घाट पहुंचें। इस दौरान भारत माता की जय, शहीद शशांक अमर रहें जैसे नारों से क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। वहां पर शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने शहीद के परिजनों को 50 लाख देने का एलान किया था। शनिवार को जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि अनुग्रह राशि के 50 लाख रुपये शहीद की मां के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए गए हैं।