पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक :
लखनऊ के बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के पास मौजूद 50 साल पुराने प्राइमरी स्कूल को तोड़ा जाएगा। स्कूल तोड़े जाने को लेकर रेलवे दो बार नोटिस जारी कर चुका है।
रेलवे की सहमति से ही विद्यालय की स्थापना की गई थी, लेकिन अब स्टेशन का विस्तार किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने नोटिस में कहा कि विद्यालय जर्जर है। वहीं, एक रेलवे पुल मेट्रो से जोड़ा जाएगा। इसके काम से होने वाले कंपन से स्कूल की इमारत गिरने का डर है। ऐसे में अब इसे तोड़ा जाएगा।हालांकि, यह नहीं बताया गया, कि विद्यालय के लिए नया भवन कहां दिया जाएगा। जिस जमीन पर स्कूल बनाया गया था, वह भी रेलवे की है।
प्रधानाध्यापिका अनीता ने बताया कि इस विद्यालय में ज्यादातर रिक्शा चालकों व मजदूरों के बच्चे पढ़ते हैं।इससे 100 बच्चों की पढ़ाई पर संकट मंडरा रहा है। शिक्षा विभाग नई जमीन की तलाश कर रहा है और बच्चों को पास के स्कूलों में समायोजित करने की योजना है। स्थानीय लोगों को बच्चों की शिक्षा को लेकर चिंता है क्योंकि ज्यादातर बच्चे गरीब परिवारों से हैं। स्कूल
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राम प्रवेश ने बताया कि जमीन रेलवे की है, शिक्षा विभाग की नहीं है। ऐसे में हम रेलवे से अनुरोध करेंगे।