पूनम शुक्ला:मुख्य प्रबन्ध संपादक:
क्लाइव रोड निवासी शख्स इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कला संकाय विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर है। उनका विवाह 27 जून 2011 को असम की युवती से हुआ था। विवाह के बाद एक बेटा और एक बेटी है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर का विवाह 14 वर्ष बाद पता चला कि उनकी पत्नी का पहले से निकाह हो चुका है।
पत्नी ने उनकी शादी से 4 वर्ष पहले इस्लाम धर्म अपनाकर मुस्लिम से निकाह भी किया था। इसी बीच 13 में 2024 को उन्हें बेडरूम में कुछ कागजात मिले। जिससे पता चला कि पत्नी ने उनसे पहले इस्लाम धर्म अपनाकर दिल्ली के एक मुस्लिम युवक से निकाह किया था। मगर उसके परिवार वालों ने तमाम तथ्य को छिपाकर बेटे की शादी उनसे करवा दी। आरोप है कि झूठ बोलकर दूसरी शादी की और विवाह के बाद प्रोफेसर का उत्पीड़न किया गया ।
यह भी आरोप है, कि पत्नी और उनके माता-पिता दहेज का उत्पीड़न मुकदमा दर्ज करने की ध्वजा देकर परेशान करते रहे एक दिन उन्होंने जानलेवा हमला भी किया। आरोप है कि विवाह के बाद से पत्नी का व्यवहार आक्रमक और आमानवीय रहा। लेकिन वह सामाजिक दबाव में संबंध को निभाते रहे।
बहुत से उत्पीड़न को सहते- सहते आज प्रोफेसर ने बुधवार को सिविल लाइंस थाने में पत्नी, सास और ससुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर सिविल लाइंस रामाश्रम यादव का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।