पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबन्ध संपादक :
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिखित परीक्षा का पेपर लीक करवाने वाले गैंग के मास्टरमाइंड को एसटीएफ ने मंगलवार को गौतमबुद्ध नगर में दबोच लिया। यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2023-24 के लिए 18 फरवरी को हुई परीक्षा का पेपर लीक हो गया था । इस मामले में पेपर लीक करने वाले गैंग का मास्टरमाइंड राजीव नयन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं ।आरोपी ने इससे पहले भी कई परीक्षाओं के पेपर लीक कराये थे । एसएससी की परीक्षा में एक अभ्यर्थी से साढ़े 7 लाख रुपए लेकर साल्वर ने उसकी जगह परीक्षा देकर दो पेपर पास कर दिए । लेकिन सत्यापन के दौरान बायोमेट्रिक जांच में फँस गया।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार प्रयागराज का रहने वाला राजीव इससे पहले एचएम घोटाले में ग्वालियर और यूपी टेट का पेपर लीक मामले में कौशांबी से जेल जा चुका है। राजीव से पूछताछ के दौरान उसने बताया कि गुरुग्राम के अलावा रीवा (एमपी)के एक रिजॉर्ट में उसने अपने गैंग के साथ प्रश्न पत्र पर डिस्कस किया था ।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक प्रिंटिंग प्रेस के जरिए हुआ था ,जैसे ही पेपर प्रिंटिंग प्रेस से निकाला और इसे ट्रांसपोर्ट करने वाली कंपनी के पास पहुंचा तभी यह पेपर लीक करवाया दिया गया। पेपर लिक करवाने के लिए पूरी योजना बनाई गई थी।
मुखबीर से मिली जानकारी के अनुसार ,एसटीएफ ने 2 अप्रैल की सूचना के आधार पर यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले युवक आरोपी राजीव नयन मिश्रा मूल निवासी ग्राम -अमोरा, थाना- मेवा, प्रयागराज व वर्तमान निवासी 97, भारत नगर, जेके भोपाल कोपरी चौक ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया गया ।एसटीएफ ने आगे कहा कि आरोपी थाना कंकरखेड़ा मेरठ के क्राइम केश 166/24 की धारा 420/467/468/471/120 बी आईपीसी 2/ 3/7/8/9 उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम में वांछित चल रहा था। इसी केस में अभियुक्त राजीव का भी नाम दाखिल किया गया था ।
दरअसल, यू.पी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में तकरीबन 48 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, पर पेपर लीक की वजह से परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी । अभी तक इस पेपर लीक मामले में 244 से ज्यादा आरोपी पकड़े जा चुके हैं । अधिकारियों के अनुसार, आरोपी प्रश्न पत्र लीक मामले में शामिल एक गिरोह के सदस्य थे। मेरठ निवासी दीपक, बिट्टू ,प्रवीण ,रोहित ,नवीन ,साहिल और प्रयागराज से प्रमोद पाठक को गिरफ्तार किया गया है।
राजीव ने शुरुआती पूछताछ में बताया कि उसने सत्यमेव यूनिवर्सिटी भोपाल से सिविल में बीटेक किया है। भोपाल के टीआईटी कॉलेज में उसकी मुलाकात मधुबनी बिहार निवासी सुभाष प्रकाश और अतुल वत्स से हुई थी । दोनों भोपाल के विभिन्न कॉलेजों में रकम लेकर एडमिशन करवाते थे। 2019 में राजीव ,तरुणेश आजारिया उर्फ गुरु जी से मिला। गुरु जी ने राजीव के साथ मिलकर भोपाल में नर्सिंग स्टाफ की भर्ती पेपर लीक करवाया था ।
पेपर लीक का गैंग संचालित करने वाले डॉक्टर शरद थे । इसी तरह कई लोगों ने मिलकर उत्तर प्रदेश पुलिस परीक्षा भर्ती का पेपर लीक करवाया। यूपी कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर यूपी एसटीएफ को आज एक शानदार सफलता हासिल हुई है।