पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह की कथित टिप्पणी के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। इस तीन सदस्यीय SIT में सागर जोन के पुलिस महानिरीक्षक (IG) प्रमोद वर्मा, भोपाल के उप महानिरीक्षक (DIG) कल्याण चक्रवर्ती और डिण्डोरी की पुलिस अधीक्षक (SP) वाहिनी सिंह को शामिल किया गया है। ये सभी अधिकारी भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के हैं।
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ ‘‘अपमानजनक” टिप्पणी तथा ‘‘अमर्यादित भाषा” का इस्तेमाल करने के लिए शाह को फटकार लगाई थी तथा पुलिस को उनके खिलाफ शत्रुता एवं घृणा को बढ़ावा देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था। उच्चतम न्यायालय की 19 मई की वाद सूची के अनुसार, याचिका पर सुनवाई न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति एन कोटिश्वर सिंह की पीठ के समक्ष होगी। पीठ ने 16 मई को भाजपा नेता शाह की याचिका पर सोमवार को सुनवाई तय की थी। शाह की याचिका में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के 14 मई के आदेश को चुनौती दी गई है, जिसमें उक्त टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया था।
उच्चतम न्यायालय ने 15 मई को मंत्री को फटकार लगाते हुए कहा था, ‘‘ऐसे समय में जब देश ऐसी स्थिति से गुजर रहा है, तो मंत्री द्वारा बोला गया हर शब्द जिम्मेदारी की भावना के साथ होना चाहिए।” प्रधान न्यायाधीश बी आर गवई ने शाह के वकील से कहा था, ‘‘आप किस तरह का बयान दे रहे हैं? आप सरकार के एक जिम्मेदार मंत्री हैं।” पीठ में न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह भी शामिल थे। पीठ ने कहा था, ‘‘ऐसे संवैधानिक पद पर बैठे लोगों से संयम बरतने की अपेक्षा की जाती है।”
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन में गठित इस SIT को मामले की गहन जांच करने और तथ्यों को सामने लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जांच दल जल्द ही अपनी कार्यवाही शुरू करेगा और इस मामले में उचित कार्रवाई के लिए अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
टिप्पणी के कारण चौतरफा आलोचना झेलने के बाद मध्यप्रदेश के मंत्री ने कहा कि अगर किसी को उनके बयान से ठेस पहुंची है, तो वह 10 बार माफी मांगने को तैयार हैं और वह कर्नल कुरैशी का अपनी बहन से भी ज्यादा सम्मान करते हैं।