पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक
केकेपीबस्ती उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक बड़ी ही हैवानियत की घटना सामने आ रही है ।बस्ती जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में पांच साल की मासूम को अगवा कर हैवानियत के बाद उसका गला घोंट कर हत्या कर दी गई।
जिला महिला अस्पताल की एक महिला डॉक्टर सहित तीन डॉक्टरों के पैनल ने मासूम का पोस्टमार्टम किया। रिपोर्ट में अत्यंत बेरहमी से उसकी हत्या की बात बताई जा रही है रविवार देर रात मासूम का शव गांव के बाहर कब्रिस्तान के पास मिला। शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। रिपोर्ट में अत्यंत बेरहमी से उसकी हत्या की बात बताई जा रही है। उसके साथ दरिंदगी की भी आशंका जताई गई है।हत्यारों के वहशीपन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मासूम के दोनों हाथ मरोड़कर तोड़ दिए गए थे। सिर पर लगी चोट से जाहिर हुआ कि उसे उठाकर पटका गया था। इसके बाद रस्सी से गला कसकर मौत के घाट उतारा गया। इसकी पुष्टि के लिए आवश्यक नमूने सुरक्षित किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, पांच वर्षीय मासूम पास के ही एक स्कूल में कक्षा एक की छात्रा थी। रविवार दिन में उसकी दादी किसी के घर गई थीं। दोपहर करीब दो बजे बच्ची उन्हें खोजते हुए घर से निकली। काफी देर बाद भी जब वह नहीं लौटी तो घरवालों ने तलाश शुरू की। रात करीब आठ बजे तक तलाश के बाद भी जब बच्ची का कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने लालगंज थाने में सूचना दी। मासूम के पिता की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी समेत पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने जांच के दौरान 20 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की है।
रात करीब आठ बजे तक तलाश के बाद भी बच्ची का कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने लालगंज थाने में सूचना दी। मासूम के लापता होने की सूचना पर थाना प्रभारी लालगंज शशांक शेखर राय टीम के साथ गांव पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से खोजबीन शुरू की। तलाश के दौरान रात करीब 12 बजे गांव के बाहर स्थित कब्रिस्तान के पास झाड़ियों में मासूम का शव मिला।
रविवार को दोपहर मासूम के गांव में रेडीमेड कपड़े बेचने एक फेरी वाला आया था। मासूम के पिता ने भी अपने लिए बनियान खरीदी। मोहल्ले के कुछ बच्चे फ्रॉक और घाघरा खरीद रहे थे। मासूम ने भी अपने पिता से घाघरा खरीदने के लिए कहा। उसके पिता ने कहा कि जाओ दादी को ढूंढ़कर लाओ, वह अगर पैसा दे देंगी तो तुम्हारे लिए घाघरा खरीद दूंगा। मासूम दौड़ते हुए गांव में दादी को ढूंढ़ने निकली मगर लौटकर नहीं आई।