क्यूं खास माने जाते हैं ज्येष्ठ मास के सभी मंगलवार

पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक:

ज्येष्ठ माह के सभी मंगलवार को बड़ा या बुढ़वा मंगल कहते हैं।पूरे उत्तर भारत, खासकर उत्तर प्रदेश में बड़े मंगल का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।  इस दिन विशेष रूप से भगवान हनुमान जी के वृद्ध रूप की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन बजरंगबली की उपासना व उपवास रखने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा करियर में सफलता, घर से दोष दूर और व्यापार में लाभ मिलता है। हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है, कहते हैं जो ज्येष्ठ माह के मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा करता है उसके सारे संकट हनुमान जी हर लेते हैं. ये दिन श्रीराम और बजरंगबली के मिलन का प्रतीक है.बड़ा मंगल मनाने को लेकर कई मान्यताएं हैं, जिनमें से एक यह है कि ज्येष्ठ मास के मंगलवार को हनुमानजी की मुलाकात अपने प्रभु श्रीराम से हुई थी। ऐसे में ज्येष्ठ के मंगलवार बड़े मंगल के रूप में पूजे जाते हैं। 

सदियों से यह परंपरा है कि हनुमान मंदिर में ध्वजा अर्पण करने की परंपरा सदियों पुरानी है। यह बहुत ही बहुत पुण्यकारी कार्य माना जाता है।ध्वजा फहराते समय ‘श्रीराम दूताय नमः’ मंत्र बोलें। माना जाता है कि यह उपाय हनुमानजी की विशेष कृपा दिलाता है। जीवन में स्थिरता, रक्षा और उन्नति आती है। ज्येष्ठ मास के सभी मंगलवार हनुमानजी को प्रसन्‍न करने के लिए बहुत ही खास माने जाते हैं। इस दिन भंडारों का आयोजन किया जाता है और गरीब जरूरतमंद लोगों को भोजन करवाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे बहुत पुण्य मिलता है। बड़ा मंगल में हनुमानजी की पूजा करने का विशेष महत्‍व है। इस दिन लोग जगह-जगह भंडारे करवाते हैं और इस दिन सुंदरकांड करवाने और घर में हनुमानजी की पूजा करने का विशेष महत्‍व शास्‍त्रों में बताया है।सदियों से यह परंपरा है कि हनुमान मंदिर में ध्वजा अर्पण करने की परंपरा सदियों पुरानी है। यह बहुत ही बहुत पुण्यकारी कार्य माना जाता है।ध्वजा फहराते समय ‘श्रीराम दूताय नमः’ मंत्र बोलें। माना जाता है कि यह उपाय हनुमानजी की विशेष कृपा दिलाता है। जीवन में स्थिरता, रक्षा और उन्नति आती है।

बड़ा मंगल पर शहर में 14 मार्गों पर रूट डायवर्जन किया गया है। सोमवार की रात 12 बजे से मंगलवार की देर रात तक यह व्यवस्था लागू रहेगी। डीसीपी ट्रैफिक कमलेश दीक्षित के अनुसार आपातकाल की स्थिति में फायर सर्विस, स्कूली वाहन, एंबुलेंस और शव वाहनों को वैल्पिक मार्ग के अभाव में प्रतिबंधित मार्ग से गुजरने की छूट रहेगी। 

आज लखनऊ में ज्येष्ठ माह के द्वितीय बड़े मंगल के पावन उपलक्ष्य पर राष्ट्रीय महासचिव, विश्वमांगल्य सभा सुश्री प्रियंका शुक्ला जी के यहां आयोजित “विशाल भंडारा” कार्यक्रम में सम्मिलित होकर मारुति नंदन श्री हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit exceeded. Please complete the captcha once again.

E-Magazine