पूनम शुक्ला:मुख्य प्रबन्ध संपादक:
देश-दुनिया के करोड़ों लोग जिस घड़ी का पिछले 17 दिनों से बेसब्री के साथ इंतजार कर रहे थे, आखिर वो घड़ी आ ही गई | तमाम बाधाओं से पार पाते हुये लगभग 400 घंटे चले राहत व बचाव अभियान में आखिरकार जिंदगी की जीत हुई, और सुरंग में कैद श्रमिकों ने खुली हवा में साँस ली | श्रमिकों के चेहरे पर की खुशी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता | भारत माता की जय के उद्घोष व आतिशबाज़ी के बीच सकुशल बाहर आने की खुशी से श्रमिक झूम उठे |
दरअसल, उत्तराखंड के उत्तरकाशी मे निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन के बाद 17 दिन से फ़से आठ राज्यों के 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया | संभवतः यह देश का पहला ऐसा अभियान था, जो इतनी लंबी अवधि तक चला और सभी फ़से व्यक्तियों को बाहर निकाल लिया गया | श्रमिकों को बाहर निकाले जाने के अभियान में केंद्र व उत्तराखंड सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी थी |
श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए सभी व्यवस्था को पुख्ता किए जाने के बाद एस डी आर एफ व एन डी आर एफ के जवान सुरंग में दाखिल हुये और बिना समय गँवाए एक-एक कर श्रमिकों को बाहर निकालना शुरू किया | इस अभियान में 20 से अधिक एजेंसियों ने अपना योगदान दिया | सभी श्रमिकों को मेडिकल जांच के लिए भेंजा गया | वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी श्रमिकों को 1-1 लाख रुपए देने की घोषणा की | इसके साथ ही कार्यदायी संस्था से श्रमिकों को एक माह का वेतन सहित अवकाश देने का आग्रह किया |