पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबन्ध संपादक:
केरल ने शुक्रवार को कुवैत अग्निकांड में मारे गए राज्य के लोगों की :अश्रुपूर्ण विदाई दी। पीड़ितों के घर का दृश्य दिल दहला देने वाला था। कुवैत में भीषण आग लगने से शुक्रवार को एक और कामगार की मौत के बाद मरने वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। अधिकारियों ने कहा कि इमारत के भूतल में गार्ड के कमरे में बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी है। जिस इमारत में आग लगी, वह इमारत 6 मंजिल थी। इमारत में जब आग लगी तो लोग सो रहे थे |
इसीलिए ज्यादा लोगों की मौत हुई। अधिकतर मौत, दम घुटने से हुई है। इमारत में कुल 196 प्रवासी मजदूर रहते थे | जिनमें सबसे ज्यादा भारतीय थे। इस अग्निकांड में कुल 50 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें भारतीयों की संख्या 46 व एक फिलिपींस के निवासी थे। एक मृतक की अब तक शिनाख्त नहीं हो सकी है।
अग्निशमन विभाग के जांच टीम ने बुधवार को बताया था कि इमारत में आग गार्ड के कमरे में बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी, और आग इमारत के अन्य जगहों पर काफी तेजी से फैल गई | इमारत में रह रहे 196 लोगों में से 175 भारतीय 11 फिलिपींस और अन्य थाईलैंड, पाकिस्तान और मिस्र के निवासी थे।
इस बीच कुवैत स्थित एनबीटीसी समूह ने मृत्यु के परिवार को सहायता के रूप में रूपये 8 लाख देने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि वह मृतकों के परिवार को एनबीटीसी परिवार का हिस्सा बनाए रखेगी। तत्काल राहत के रूप में हमने प्रत्येक पीड़ित के परिवार को रूपये 8 लाख देने का फैसला किया है। अग्निकांड में मारे गए लोग इस कंपनी के कर्मचारी थे।
कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को हृदय विधायक माहौल था | कुवैत में अग्निकांड में मारे गए अपने परिजनों के शव लेने के लिए शोकाकुल परिवार शुक्रवार को कोच्चि हवाई अड्डे पर जूटे थे। सबसे पहले उस ताबूत को हवाई अड्डे के कर्मियों ने टर्मिनल से बाहर लाया | जिसमें अरुण बाबू का पार्थिव शरीर था मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी।