केकेपी न्यूज़ ब्यूरो :
अभी हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि गर्भावस्था के दौरान तनाव,चिंता व अवसाद ज्यादा होने से भ्रूण के मस्तिष्क में बदलाव आता है |जिसके कारण जन्म के 18 महीने बाद शिशु के संज्ञानात्मक विकास में बाधा आती है | शोधकर्ताओं ने 97 गर्भवती महिलाओं व उनके बच्चों के एक समूह पर अध्ययन किया |
इस अध्ययन के दौरान पाया कि भ्रूण के मस्तिष्क में बदलवों ने किसी भी विचार अथवा अवधारणा को स्वीकार करने में कमी लाने के साथ -साथ मेटाबोलिजम,शारीरिक या मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया के नियमन को भी नुकसान पहुँचाया |यह शोध परिणाम जे ए एम ए नेटवर्क नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है |