पूनम शुक्ला:मुख्य प्रबन्ध संपादक:
कांग्रेस के प्रवक्ता व कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुये कहा है कि कुछ कांग्रेसी नेता राम मंदिर से ही नहीं बल्कि राम से भी नफरत करते हैं | चुनाव के समय हर पार्टी का नेता खुद को सबसे बड़ा हिन्दू साबित करने में लगा हुआ है | लेकिन मेरा मानना है कि जो राम से नफरत करता है | वह हिन्दू नहीं हो सकता है |
विपक्ष में कुछ ऐसे लोग हैं जो हिन्दू व सनातन शब्द से भी नफरत करते हैं | लेकिन उनको समझना चाहिए कि सनातन धर्म से ही भारत है | मैं भारत व सनातन धर्म की बात करता हूँ तो इसका ये मतलब नहीं है कि मैं भाजपा में शामिल होना चाहता हूँ | आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राम लला का मंदिर भारत की संस्कृति व सभ्यता का प्रतीक है |
विपक्ष यानि आईएनडीआईए मोदी से नफरत करते-करते भारत को ही भूल गया | जबकि आईएनडीआईए बनाने का मुख्य उद्देश्य पीएम नरेंद्र मोदी को हराना व भाजपा को कुर्सी से बेदखल करना था | लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि विपक्ष पीएम नरेंद्र मोदी से नफरत करते-करते भारत से ही नफरत करने लगा |
पीएम नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उदघाटन किए तो विपक्ष ने विरोध किया | ट्रेन का नाम वंदे भारत रखा गया तो भी इसका विरोध किया गया | मैं कहता हूँ कि किसी की आलोचना कीजिये | आलोचना से कोई किसी को नहीं रोकता, लेकिन नफरत करना ठीक नहीं है |
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार महिलाओं पर कितनी भद्दी टिप्पणी किए, लेकिन उनकी आलोचना किसी ने नहीं किया | एक प्रदेश का मुखिया होते हुये महिलाओं पर इतनी घटिया टिप्पणी करता है, फिर भी विपक्ष चुप है | इस पर आईएनडीआईए गुट को विचार करना चाहिए |