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जम्मू-कश्मीर की ब्रूस ली नाम से मशहूर बांदीपोरा की तजामुल इस्लाम ने वर्ल्ड किक बॉक्सिंग में दूसरी बार जीता गोल्ड मेडल जीता

मुंबई। मिस्र में खेली गई वर्ल्ड किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों ने कमाल का प्रदर्शन किया। टीम इंडिया ने यहां कुल 26 पदक अपने नाम किए। इनमें 11 स्वर्ण 8 रजत और 7 कांस्य हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर की ब्रूस ली नाम से मशहूर बांदीपोरा की तजामुल इस्लाम ने वर्ल्ड किक बॉक्सिंग में दूसरी बार गोल्ड मेडल जीता है।

तजामुल ने इस कामयाबी ट्वीट किया, ‘यह वास्तव में मेरे लिए गर्व का क्षण था जब मुझे मिस्र में विश्व किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में फिर से स्वर्ण पदक मिला। अब मैं 2 बार विश्व किक बॉक्सिंग चैंपियन हूं।’

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने तजामुल को बधाई

इस जीत पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तजामुल की फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘बांदीपोरा की तजामुल इस्लाम को विश्व किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2021 में स्वर्ण पदक जीतकर मिस्र में इतिहास रचने के लिए मेरी तरफ से बहुत-बहुत बधाई। हमारी युवा किक बॉक्सिंग चैंपियन ने पिछले कुछ सालों में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है।’

इससे पहले तजामुल 2016 में नौ साल की उम्र में सब जूनियर कैटेगरी में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थी।

तजामुल की कहानी

तजामुल ने किक बॉक्सिंग की शुरुआत 2014 में की थी। उनके इस खेल में आने की कहानी भी काफी मजेदार है। एक बार वे अपने पिता के साथ स्टेडियम के पास से गुजर रही थीं। वहां कुछ लड़के और लड़कियां ट्रेनिंग करते नजर आए। उन्होंने पिता से कहा कि वे भी यह इस खेल में हाथ आजमाना चाहती हैं। पिता ड्राइवर थे। उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। वे महीने में करीब 10 हजार रुपए कमाते थे, लेकिन उन्होंने बेटी का सपना पूरा करने के लिए खेल की इजाजत दे दी। यहीं से तजामुल का सफर शुरू हुआ।

8 साल की उम्र में 13 साल के खिलाड़ी को हराया

2015 में तजामुल की उम्र 8 साल थी। हैरानी की बात है कि तब उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के किक बॉक्सिंग मुकाबले में 13 साल के प्रतिद्वंद्वी को हराकर स्वर्ण पदक जीता था। तजामुल के बड़े भाई और दो बहनें भी किक बॉक्सिंग करती हैं।

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