लखनऊ में भीख मांगने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है। डीएम ने अर्जुनगंज चौराहे पर एक महिला को रेस्क्यू किया। पता चला कि रायबरेली से महिलाओं को लाकर भीख मंगवाई जाती है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शहर में अभियान चलाकर 34 लोगों को बचाया गया है।

लखनऊ: लखनऊ के सीमावर्ती जिलों से जरूरतमंद महिलाओं व बच्चों को लाकर भीख मंगवाई जा रही है। इसका खुलासा बुधवार को तब हुआ जब डीएम ने अर्जुनगंज चौराहे पर बच्चे संग भीख मांग रही महिला को रेस्क्यू करवाया। पूछताछ में पता चला कि एक शख्स रायबरेली से महिलाओं को लाकर राजधानी में भीख मंगवाता है।
डीएम विशाख जी के निर्देश पर सुशांत गोल्फ सिटी थाने में केस दर्ज करवाने के साथ ही भिक्षावृत्ति करवाने वाले की तलाश शुरू कर दी गई है। वहीं, पूरे शहर में चलाए गए अभियान के दौरान भिक्षावृत्ति से जुड़े 34 अन्य को रेस्क्यू करने के साथ ही केस भी दर्ज करवाए गए हैं।
डीएम टीम के साथ बुधवार को खुद निकले। उनके साथ सीडीओ अजय जैन, एसडीएम सरोजनीनगर डॉ सचिन वर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह मौजूद रहे। डीएम ने अर्जुनगंज चौराहा और टेढ़ी पुलिया चौराहे का निरीक्षण किया। इस दौरान बच्चे संग भीख माग रही महिला से पूछताछ की तो पता चला कि वह रायबरेली की रहने वाली है। उसने बताया कि एक शख्स रायबरेली से लाकर भीख मंगवाता है और शाम को ले जाता है। सारे रुपये खुद रखने के बाद कुछ उन्हें देता है।

महिला व बच्चे का चेकअप करवाने के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ देकर मुख्य धारा से जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में भिक्षावृत्ति करवाने वाले के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध ई-रिक्शा नजर आया है।
माता-पिता ही मंगवा रहे थे भीख
डीएम ने टेढ़ी पुलिया चौराहे के पास भीख मांग रहे बच्चे को भी सीडब्लूसी के सुपुर्द किया है। पूछताछ में पता चला है कि उसके माता-पिता ही उसे भीख मांगने के लिए चौराहे पर छोड़ गए थे। गुडंबा थाने में केस दर्ज करवाया गया है। वहीं, टेढ़ी पुलिया चौराहे के पास भीख मांगते मिले बुजुर्ग को भी ओल्ड एज होम पहुंचाया गया। डीएम ने शहर के 19 मुख्य चौराहों पर भिक्षावृत्ति करने वालों की निगरानी शुरू करवाई है।