Saturday , May 10 2025

यस बैंक को लेकर बड़ी खबर

पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक :

यस बैंक को लेकर बड़ी खबर आ रही है। शेयर बाजार को भेजी सूचना में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कहा कि वह यस बैंक में अपनी 13.19% हिस्सेदारी बेचने जा रही है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने निजी क्षेत्र के यस बैंक में अपनी 13.19% हिस्सेदारी जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) को बेचने का निर्णय लिया है।
स्टेट बैंक ने यह डील जापान के इन्वेस्टमेंट फर्म SMBC के साथ की है जिसने 8888 करोड़ रुपए में एसबीआई से हिस्सेदारी खरीदी है। यह डील 21.50 रुपए प्रति शेयर के भाव पर हुई है।

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एक बड़ा रणनीतिक फैसला लेते हुए निजी क्षेत्र के यस बैंक में अपनी 13.19 प्रतिशत हिस्सेदारी जापान की प्रमुख वित्तीय संस्था सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) को बेचने की घोषणा की है। 
मार्च 2025 तक एसबीआई के पास यस बैंक में लगभग 24 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। इस सौदे के बाद एसबीआई की हिस्सेदारी में भारी कटौती होगी और जापानी बैंक SMBC एक महत्वपूर्ण हिस्सेदार बन जाएगा। एसबीआई ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में बताया कि बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल की कार्यकारी समिति (ECCB) ने यस बैंक के 413.44 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री को मंजूरी दे दी है। यह सौदा 21.50 रुपये प्रति शेयर की दर से किया जाएगा, जिससे कुल राशि 8,888.97 करोड़ रुपये होगी।

एसबीआई ने स्पष्ट किया है कि यह सौदा अभी नियामकीय और वैधानिक मंजूरी के अधीन है। यह डील सौदे की निष्पादन तिथि से 12 महीनों के भीतर पूरी होने की उम्मीद जताई गई है। हालांकि यह डील नियामकीय मंजूरी पर निर्भर करेगी और अगले 12 महीनों में पूरी होने की उम्मीद है।  नियामकीय प्रक्रिया पूरी होते ही SMBC को यस बैंक में अधिकारिक तौर पर हिस्सेदारी मिल जाएगी।
Yes Bank ने एक्सचेंज को भेजी सूचना में कहा कि HDFC, ICICI, कोटक महिंद्रा, एक्सिस, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, फेडरल बैंक, बंधन बैंक भी अपनी हिस्सेदारी जापानी इन्वेस्टमेंट फर्म SMBC को बेचने जा रहे हैं. ये सभी यस बैंक में 6.81% हिस्सेदारी बेचेंगे. इस तरह यस बैंक में SMBC की हिस्सेदारी 20% पर पहुंच जाएगी और वह सबसे बड़ा स्टेक होल्डर बन जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

9 + 12 =

Time limit exceeded. Please complete the captcha once again.

E-Magazine