पूनम शुक्ला-मुख्य प्रबन्ध संपादक
वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने फुटबियर निर्माताओं से लंबी बैठक करने बाद बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो की तरफ से जारी गुणवत्ता नियम एक जुलाई से लागू होगें | नए नियम लागू होने से निर्माताओं की लागत में 10% तक की वृद्धि हो सकती है |
नए नियम के अनुसार सालाना 50 करोड़ से अधिक और पाँच करोड़ से कम टर्नओवर वाले निर्माताओं को एक जनवरी 2024 से गुणवत्ता नियम का पालन करना होगा | वहीं 5 करोड़ से कम टर्नओभर वाले निर्माताओं को अगले साल जुलाई से गुणवत्ता नियम का पालन करना होगा | इसके पहले घोषित फुटबियर गुणवत्ता नियम में सालाना 50 करोड़ से कम टर्नओभर वाले निर्माताओं को इस नियम से छूट दी गयी थी |
फुटबियर निर्माता इसी छूट के तहत कुछ और महीनों की मांग कर रहे थे, लेकिन बैठक के बाद पीयूष गोयल ने बताया कि अब माइक्रो व स्माल फुटबियर निर्माताओं को भी गुणवत्ता नियम का पालन करना होगा | फुटबियर उद्योग के अनुसार फुटबियर का कारोबार सालाना 80 हज़ार करोड़ रुपए का है |
फुटबियर निर्माताओं ने बताया कि गुणवत्ता नियम का पालन करने के लिए अब एक स्पोर्ट्स जूते को बाज़ार में भेजने से पहले 60 प्रकार के टेस्ट से गुजरना होगा | जिसमें 150 रुपए की लागत आएगी |