पूनम शुक्ला:मुख्य प्रबन्ध संपादक:
उत्तर प्रदेश सरकार ने फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया था | जिसके तहत लखनऊ में दो लाख करोड़ से अधिक का निवेश प्रस्ताव आए थे | जिसमें एनर्जी,हाउसिंग,इन्फ्रास्ट्रक्चर,इंटीग्रेटेड टाउनशीप,पर्यटन व लाजिस्टिक,आईटी, शिक्षा व फर्मास्यूटिकल आदि सेक्टर में निवेशकों ने प्रस्ताव दिये थे |
जिस पर प्रशासन व उद्योग विभाग ने जो आकडे विभागों से जुटाये थे | उन आकड़ों के आधार पर 29 हज़ार करोड़ के 269 छोटे-बड़े प्रोजेक्ट को धरातल पर दिखने के लिए सरकार ने हरी झंडी दे दी है | लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कहा है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के जो भी प्रस्ताव आए हैं | उनकी लगातार समीक्षा की जा रही है |
किस प्रोजेक्ट को क्या जरूरत है, उसके लिए अधिकारियों की टीम लगाई गयी है | लखनऊ में कुल निवेश के प्रस्तावों में से एक चौथाई के करीब लक्ष्य जल्दी ही हासिल हो जाएगा | प्रत्येक सप्ताह निवेशकों और उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक हो रही है | यही कारण है कि अब तक 29 हज़ार करोड़ के प्रोजेक्ट धरातल पर उतरने की स्थिति में हैं | वहीं उद्योग विभाग के उपायुक्त मनोज चौरसिया ने कहा कि सभी सेक्टर में निवेश हो रहा है |
लखनऊ में सबसे बड़ा निवेश डिफेंस सेक्टर में हो रहा है | लखनऊ के सरोजनीनगर क्षेत्र मे ब्रंहोस मिसाइल की यूनिट लग चुकी है | जिससे अगले कुछ महीनों में मिसाइल का निर्माण शुरू हो जाएगा | वहीं लखनऊ की कंपनी पीटीसी इंडस्ट्री ने 350 करोड़ का निवेश रक्षा व उड्डयन,तेल व गैस सेक्टर की मशीनों के कलपुर्ज़े बनाने के क्षेत्र में करेगी | पीटीसी इंडस्ट्री की यूनिट भी जल्द शुरू होने वाली है |