पूनम शुक्ला : मुख्य प्रबंध संपादक:
यूपी के आजमगढ़ में गेहूं खरीद ठीक से नहीं होने पर यह कार्रवाई की गई है। आजमगढ़ मंडल के कमिश्नर विवेक ने आजमगढ़ मऊ और बलिया के अधिकारियों के साथ गेहूं खरीद को लेकर समीक्षा बैठक की। इस समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई की बलिया जिले में गेहूं की खरीद सबसे कम है।
कमिश्नर विवेक ने बताया कि इस बार शासन ने जो लक्ष्य निर्धारित किया है। अभी तक उस लक्ष्य का 26.39 प्रतिशत ही खरीद हुई है। कमिश्नर ने कहा कि गेहूँ खरीद लक्ष्य के अनुरूप धीमी गति से हो रही है। ऐसे में जिला खाद्य विपणन अधिकारी बलिया और सभी करे संस्था को गांव में जाकर किसानों से बात करके गेहूं खरीदने के निर्देश दिए गए हैं सबसे कम खरीद जनपद बलिया में है।
एआर को-ऑपरेटिव ने कम खरीद पर जिले के 13 पीसीएफ के क्रय केंद्रों को नोटिस जारी किया है। इनमें से 10 क्रय केंद्र ऐसे हैं जो खरीद होने तक अगर संतोषजनक खरीद नहीं की तो इन्हें ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। एआर सहकारिता अजय कुमार ने कहा कि यह धान खरीद में क्रय केंद्र नहीं बन सकेंगे।
पीसीएफ के 54 केंद्रों को 2500 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया है। अब तक इन्होंने लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 22 प्रतिशत की खरीद किया है। वहीं, विपणन के 22 क्रय केंद्रों ने 12 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष 51 प्रतिशत खरीद किया है। पीसीएफ संस्था की खरीद तीनों जनपदों में खराब है।वहीं संतोषजनक खरीद न होने पर तीन पीसीएफ के क्रय केंद्र प्रभारियों का प्रभार भी छिन सकता है। सभी को नोटिस जारी कर दी गई है।
आठ मई तक लक्ष्य के सापेक्ष 32 प्रतिशत ही खरीद हो पाई है। इससे एआर सहकारिता ने सख्त कदम उठाया है। भारतीय खाद्य निगम ने चार क्रय केंद्रों के माध्यम से दो हजार एमटी लक्ष्य के सापेक्ष 15 प्रतिशत गेहूं खरीद किया है। पीसीएफ के 54 में से 13 क्रय केंद्र प्रभारियों गेहूं खरीद में रुचि नहीं दिखा रहे। इसे एआर कोआपरेटिव ने गंभीरता से लिया है।