केकेपी न्यूज़ डेस्क-लखनऊ
रीयल इस्टेट कंपनी ओमेक्स लिमिटेड ने रायबरेली रोड स्थित ओमेक्स सिटी नाम से हाउसिंग कॉलोनी का निर्माण कराया है | उसी के बगल में ओमेक्स एवेन्यू नामक एक व्यावसायिक भवन का भी निर्माण ओमेक्स लिमिटेड ने ही कराया है | इस व्यावसायिक बिल्डिंग में लगभग 150 दुकानें तथा 50 सर्विस अपार्टमेंट बनाए गए हैं | इसकी देखरेख के लिए ओमेक्स प्रबंधन ने 2024 में एक रेजीडेंट वेलफ़ेयर एसोसिएशन का गठन कराया,और व्यावसायिक भवन का बिना पूरा काम कराये इस रेजीडेंट वेलफ़ेयर एसोसिएशन को सौपने का पत्र जारी कर दिया |
तत्पश्चात इस रेजीडेंट वेलफ़ेयर एसोसिएशन के तथाकथित पदाधिकारी गण ने ओमेक्स लिमिटेड के बिल्डर से साठ-गाँठ कर इसे टेकओवर करने का निर्णय ले लिया | इसके खिलाफ ओमेक्स एवेन्यू के रेजीडेंट शिव शंकर सेन(अधिवक्ता-उच्च न्यायालय,,लखनऊ बेंच) ने इस तथाकथित हैंडओवर व टेकओवर के विरुद्ध उपाध्यक्ष,लखनऊ विकास प्राधिकरण,जिलाधिकारी-लखनऊ,प्रमुख सचिव-गृह,प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश सचिवालय व मुख्य प्रबंध निदेशक-ओमेक्स प्रबंधन को एक प्रार्थना पत्र देकर इस फर्जीवाड़े का न्यायोचित जाँच करने का अनुरोध किया |
तत्पश्चात लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव महोदय ने पूरे मामले की सुनवाई की और दोनों पक्षों को नोटिस जारी करते हुये कहा कि पहले ओमेक्स बिल्डर व्यावसायिक भवन का शेष कार्य कराये | इसके बाद जनता द्वारा चुनाव कराकर नए रेजीडेंट वेलफ़ेयर एसोसिएशन का गठन किया जाय | इसके साथ ही सचिव महोदय ने कहा कि जो रेजीडेंट वेलफ़ेयर एसोसिएशन का गठन 2017 में हुआ था, उसकी वैधता की जाँच हेतु लखनऊ मण्डल के डिप्टी रजिस्ट्रार,फ़र्म,सोसाइटीज़ एंड चिट्स को भी आदेशित किया गया है |