पूनम शुक्ला:मुख्य प्रबन्ध संपादक:
सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर सियासत गरमाई हुई है। इस मंगेश के पिता ने एनकाउंटर को लेकर पुलिस ने सनसनीखेज आरोप लगाए है।उन्होंने दावा किया है कि पुलिस वाले जल्द से जल्द से उनके बेटे का अंतिम संस्कार करवा देने चाहते थे। अगर अखिलेश यादव का फोन नहीं आता तो पुलिस उन्हें बेटे की बॉडी तक नहीं दी जाती।
मंगेश यादव के परिवार का आरोप हैं कि उनके बेटे को दो दिन पहले ही पुलिस पूछताछ के बहाने ले गई थी और फिर 5 सितंबर को बताया गया कि उसका एनकाउंटर हो गया है। परिवार का कहना है कि जब पुलिस उसे घर से ले गई थी, तो फिर एनकाउंटर कैसे हो गया? आज भी हमारे गांव, आसपास के लोग हमारे सपोर्ट में है क्योंकि हमारा लड़का गलत नहीं था. घर से गलत उठाया गया है।इसलिए सब हमारे लिए लड़ाई करने के लिए तैयार है।सीबीआई जांच हो जाएगी तो सब पता चल जाएगा कि कौन चोर है। कौन क्या है?
वहीं दूसरी तरफ सुल्तानपुर एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच जबरदस्त वार पलटवार देखने को मिल रहा है।सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस मंगेश की जाति देखकर एनकाउंटर का आरोप लगाया है। उन्होंने पीड़ित परिवार से भी फोन पर बातचीत की और उनके प्रति अपनी संवेदना जाहिर की है।इधर सीएम योगी ने दावा किया कि गुंडे और माफिया एक-एक करके यमलोक की यात्रा के लिए प्रस्थान कर जाएंगे और जनता-जनार्दन के साथ अन्याय का हिसाब चुकता होगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लिखा कि भाजपा शासित राज्यों में ‘कानून और संविधान’ की धज्जियां वही उड़ा रहे हैं, जिनपर उनका पालन कराने की ज़िम्मेदारी है। एसटीएफ जैसी प्रोफेशनल फोर्स को भाजपा सरकार में ‘आपराधिक गिरोह’ की तरह चलाया जा रहा है, जिस पर केंद्र सरकार की चुप्पी इस ‘ठोको नीति’ पर उनकी स्पष्ट सहमति है। यूपी एसटीएफ के दर्जनों एनकाउंटर सवालों के घेरे में हैं। क्या आज तक उनमें से किसी भी अधिकारी पर कोई कार्रवाई हुई? आखिर कौन उन्हें बचा रहा है और क्यों? उन्होंने आगे लिखा कि कैमरों के आगे संविधान को माथे से लगाना सिर्फ ढोंग है, जब आपकी सरकारें ही उसकी खुलेआम धज्जियां उड़ा रही हों। उत्तरप्रदेश में हुए सभी संदिग्ध एनकाउण्टर्स की निष्पक्ष जांच कर इंसाफ किया जाना चाहिए। वर्दी पर लगी खून की छींटें साफ होनी चाहिए।
कांग्रेस के लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगेश यादव एनकाउंटर मामले में भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि सुल्तानपर में हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा रूल आफ लॉ पर विश्वास ही नहीं करती है। मंगेश के परिवार के आंसू पूरे देश से सवाल पूछ रहे हैं – कौन जिएगा और कौन नहीं, इसका फैसला अदालत करेगी या पुलिस?
कैसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एनकाउंटर पर यूपी पुलिस की भूमिका पर संदेह जताया है। शनिवार को एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान जौनपुर में मंगेश यादव एनकाउंटर पर अपनी बात रखी। उन्होंने साफ कहा कि सरकार की गलती नहीं है, पुलिस पदोन्नति और पैसे के लिए इनकाउंटर कर रही है। उन्होंने सपा मुखिया के बयान कि ‘जाति देखकर एनकाउंटर किया जा रहा है’ को गलत बताया। बृजभूषण ने कहा कि यह सही नहीं है लेकिन पुलिस भी ठीक नहीं कर रही है। एक सवाल पर पूर्व सांसद ने कहा कि वह पहले से बुलडोजर नीति के खिलाफ हैं और ऐसे ही किसी का घर नहीं ढहाया जाना चाहिए। बहुत दर्द है लेकिन किससे मन की बात कहें, सवालों पर कहा कि अभी यह सही मंच नहीं है कि सबकुछ कहा जाए। साफ कहा कि यूपी से ही बहुमत होता लेकिन कुछ गलती थी, जिससे सीटें भाजपा की कम हुईं। इसका अंदाजा उन्हें पहले ही हो गया था लेकिन क्या कहा जाए। शब्दों पर बात करने का समय नहीं है। उन्होंने इशारों ही इशारों में बहुत कुछ कहा भी और बहुत कुछ कहने से खुद को रोका भी।